Sunday, March 25, 2012

कुछ ख़याल जो छूट गए..

!! कभी दिल में तमन्ना हो
   तो आ जाना मेरे दुश्मन,
   किसी बेगाने मंज़र में
   गिले शिक़वे भुला लेंगे !!

*****

!! मेरा मौला वहीँ रहता
   जहाँ दिल साफ़ बसते हैं,
   वो इंसानी फ़रिश्ते जो 
   ज़ुबां से साज़ लिखते हैं !!

*****

!! वो हर पल बात करते हैं
    मेरे दिल को जलाने की,
    ना उनको इल्म है इतना
    ये दिल आंसू बहाता है !!

*****

8 comments:

  1. मेरा मौला वहीँ रहता
    जहाँ दिल साफ़ बसते हैं,
    वो इंसानी फ़रिश्ते जो
    ज़ुबां से साज़ लिखते हैं !!bahut badhiya

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  2. वाह...
    बेहद खूबसूरत!!!!!

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  3. बहुत ही सुन्दर,,
    बेहतरीन रचना...

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  4. !! मेरा मौला वहीँ रहता
    जहाँ दिल साफ़ बसते हैं,
    वो इंसानी फ़रिश्ते जो
    ज़ुबां से साज़ लिखते हैं !!

    ....बहुत सुंदर....

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  5. आज आपके ब्लॉग पर बहुत दिनों बाद आना हुआ अल्प कालीन व्यस्तता के चलते मैं चाह कर भी आपकी रचनाएँ नहीं पढ़ पाया....बहुत बेहतरीन प्रस्‍तुति...!

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  6. तिलमिलाहट की प्रभावपूर्ण अभिव्यक्ति

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