चिट्टी तस्वीर
..आधे रंग उड़कर
चिट्टे हुए जाते हैं,
तस्वीर तेरी मेरे ज़ेहन में
ग़ायब होने को है..
..ना जाने कितने लम्हे
गुज़रे तेरी दीद को,
ज़ून भरी हर रात यहाँ
काली होने को है...
..इस आलम में तू आये
तेरी मेहर होगी,
वरना ये शख्सियत भी मेरी
चिट्टी होने को है...
मायने:
चिट्टा- सफ़ेद, ज़ून- चांदनी
..आधे रंग उड़कर
ReplyDeleteचिट्टे हुए जाते हैं,
तस्वीर तेरी मेरे ज़ेहन में
ग़ायब होने को है..
खूब कहा... बहुत बढ़िया....
शुक्रिया.. :)
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