बस यही सोच बनी रहे।
वाह ! बिरजू जी,इस कविता का तो जवाब नहीं !विचारों के इतनी गहन अनुभूतियों को सटीक शब्द देना सबके बस की बात नहीं है !
हर शब्द बहुत कुछ कहता हुआ, बेहतरीन अभिव्यक्ति के लिये बधाई के साथ शुभकामनायें ।
Dhanyavaad.. :)
बस यही सोच बनी रहे।
ReplyDeleteवाह ! बिरजू जी,
ReplyDeleteइस कविता का तो जवाब नहीं !
विचारों के इतनी गहन अनुभूतियों को सटीक शब्द देना सबके बस की बात नहीं है !
हर शब्द बहुत कुछ कहता हुआ, बेहतरीन अभिव्यक्ति के लिये बधाई के साथ शुभकामनायें ।
ReplyDeleteDhanyavaad.. :)
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